संग्रह: आमलकी युक्त फॉर्मूलेशन

इन मिश्रणों में अमलाकी की शांत शक्ति है। प्रकृति से पुनर्योजी, हाथ से परिष्कृत।

न हि औषधं पथ्यं यस्मात्पथ्यं ह्यौषधं स्मृतम्।

न हि औषधं पथ्यं यस्मात्, पथ्यं ह्यौषधं स्मृतम्।

कोई भी दवा उचित आहार जितनी कारगर नहीं होती। दरअसल, पौष्टिक भोजन ही सबसे अच्छी दवा मानी जाती है।
- चरक संहिता, सूत्रस्थान