संग्रह: तुलसी की विशेषता

ये अर्पण तुलसी की शांति की प्रतिध्वनि हैं। साँसों में पवित्र, आत्मा में संतुलित।

न हि औषधं पथ्यं यस्मात्पथ्यं ह्यौषधं स्मृतम्।

न हि औषधं पथ्यं यस्मात्, पथ्यं ह्यौषधं स्मृतम्।

कोई भी दवा उचित आहार जितनी कारगर नहीं होती। दरअसल, पौष्टिक भोजन ही सबसे अच्छी दवा मानी जाती है।
- चरक संहिता, सूत्रस्थान